नई दिल्ली, भारत में जीवन बीमा पॉलिसी के महत्व को हमेशा से कम करके आंका गया है। यह पसंदीदा वित्तीय साधनों में से एक है जो न केवल आपके प्रियजनों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित कर सकता है, बल्कि लंबी अवधि में आपको धन अर्जित करने में भी मदद कर सकता है। बीमा कारोबार में सुस्ती की पांच प्रमुख वजहें हैं-
1. मेरे साथ अनहोनी नहीं हो सकती: जीवन बीमा में निवेश न करने वाले वे अक्सर यह मान लेते हैं कि चूंकि आज उनका स्वास्थ्य बहुत अच्छा है, इसलिए भविष्य में उन्हें कुछ नहीं होगा।
2. टालमटोल करना: बहुत से लोग सोचते हैं कि युवावस्था में जीवन बीमा पॉलिसी लेने का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि उस समय उनके ज्यादा आश्रित नहीं होते। आप जितनी देर से जीवन बीमा खरीदेंगे, आपको उतना ही अधिक प्रीमियम देना होगा।
3. जोखिमों को न समझना: इंटरनेट की बढ़ती पहुंच के बावजूद, अधिकांश लोग इस बात से अनजान हैं कि जीवन बीमा योजना न खरीदकर वे अपने परिवार को किस वित्तीय जोखिम में डाल सकते हैं।
4. बीमा उत्पादों की जानकारी का अभाव: टर्म इंश्योरेंस और संपूर्ण जीवन बीमा से लेकर एंडोमेंट प्लान और यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान तक, उत्पाद विकल्प प्रचुर मात्रा में हैं। जीवन बीमा उत्पादों को समझने में समय न लगाने से लोग जीवन बीमा कवर नहीं खरीदते हैं।
5. ऑफिस की बीमा योजना : भारत में कई संगठन अपने कर्मचारियों को कंपनी की समूह जीवन बीमा योजना के तहत जीवन बीमा प्रदान करते हैं । यह उन कई सामान्य कारणों में से एक है जिनकी वजह से भारतीय व्यक्तिगत जीवन बीमा पॉलिसी नहीं खरीदते।
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