नवरात्रि 2025: महाअष्टमी, महानवमी और दशहरा का महत्व व तिथि , पूजा व्रत व शुभमुहर्त – UpdateMarts| PRIMARY KA MASTER | SHIKSHAMITRA | Basic Shiksha News

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प्रयागराज (नैनी): शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व पूरे देश में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस वर्ष नवरात्रि 10 दिनों की है, इसलिए अनेक शुभ संयोग इस दौरान बनने वाले हैं।  

महाअष्टमी व्रत – 30 सितम्बर  

नवरात्रि की महाअष्टमी का व्रत 30 सितम्बर, मंगलवार को होगा। देवी उपासना में यह दिन विशेष फलदायी माना गया है। इस दिन श्रद्धालु व्रत और पूजा-अर्चना कर मां महागौरी की उपासना करेंगे।  

– जो भक्त प्रथम दिन एवं अंतिम दिन का व्रत करते हैं, वे 22 सितम्बर और 30 सितम्बर दोनों दिन व्रत करेंगे।  

– महाअष्टमी पर कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है।  

महानवमी – 01 अक्टूबर  

बुधवार, 01 अक्टूबर को महानवमी होगी।  

– इस दिन दोपहर 2:30 बजे तक हवन-अनुष्ठान आदि कार्य संपन्न कर लेने चाहिए।  

– इसके बाद दोपहर 3 बजे के बाद व्रत का पारण करना उचित रहेगा।  

– चूंकि इस वर्ष नवरात्र 10 दिन का है, इसलिए नवमी का पारण भी विशेष महत्व रखता है।  

विजयादशमी (दशहरा) – 02 अक्टूबर  

– गुरुवार, 02 अक्टूबर को विजयादशमी या दशहरा का पर्व मनाया जाएगा।  

– यह पर्व सत्य की असत्य पर विजय और धर्म की अधर्म पर जीत का प्रतीक है।  

– इस दिन देशभर में भगवान श्रीराम के रावण दहन का आयोजन किया जाएगा।  

आचार्य आलोक शुक्ला का संदेश  

ज्योतिष एवं यज्ञ अनुष्ठान विशेषज्ञ आचार्य आलोक शुक्ला (नैनी, प्रयागराज) के अनुसार, इस बार नवरात्रि 10 दिनों तक रहने से भक्तों को विशेष पुण्य प्राप्त होगा। श्रद्धालुओं को श्रद्धा और भक्ति भाव से देवी पूजा करनी चाहिए।  

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