हरदोई। विद्यार्थियों के विद्यालयों में दर्ज और आधार में दर्ज नाम की स्पेलिंग अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) आईडी में रोड़ बन रही है।
नाम की स्पेलिंग के कारण अपार आईडी के लिए की जाने वाली प्रक्रिया सफल नहीं हो पाती है। जिससे विद्यार्थियों की अपार आईडी नहीं बन पा रही हैं।
भारत सरकार की ओर से विद्यार्थियों की शैक्षणिक गतिविधियों, प्रगति और अन्य अभिलेखों को ऑनलाइन एक स्थान पर सुरक्षित किए जाने के उद्देश्य से अपार आईडी की व्यवस्था दी गई है। अपार आईडी बनवाए जाने की जिम्मेदारी
सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और प्रधानाचार्यों को सौंपी गई है। जिले में परिषदीय और माध्यमिक विद्यालयों को मिलाकर कुल 5,546 विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में पंजीकृत 7,39,261 विद्यार्थियों की अपार आईडी बनवाई जानी है। चालू शैक्षिक सत्र में अब एक माह का भी समय शेष नहीं है। जिससे सभी विद्यार्थियों की अपार आईडी बन पाना भी संभव नहीं दिखाई दे रहा है।
अपार आईडी पोर्टल पर 5,546 विद्यालयों में पंजीकृत 7,39,861 विद्यार्थियों में करीब 5,00,000 की अपार आईडी बन पाई हैं। विद्यालयों
में अपार आईडी के लिए किए जाने वाले पंजीकरण में विद्यार्थियों के नाम की स्पेलिंग रोड़ा बन रही है। विद्यालयों में दर्ज नाम और आधार में दर्ज नाम की स्पेलिंग में अंतर होने पर पंजीकरण सफल नहीं हो रहा है। करीब 4,114 पंजीकरण फेल हो चुके हैं।
अपार आईडी बनवाए जाने की जिम्मेदारी सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और प्रधानाचार्यों को सौंपी गई है। विद्यालयों से मिल रहे फीडबैक में बताया गया है कि विद्यार्थियों के नाम की स्पेलिंग में अंतर से अपार आईडी के पंजीकरण में दिक्कतें आ रही हैं। आधार में नाम विद्यालय रजिस्टर के
अनुसार कराए जाने के लिए अभिभावकों को प्रेरित किया जा रहा है। – विजय प्रताप सिंह, बीएसए
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